दिनांक १४ से १७ जून २०१३ तक उत्तराखंड छेत्र
में लगातार भारी बारिश एवं अतिवृष्टि हुई। मानसून इस साल लगभग २० दिन पहले
उत्तराखंड पहुंच गया और लगातार ६० घंटे हुई भारी बारिश एवं अतिवृष्टि ने पुरे
राज्य में काफी तबाही मचाई। सबसे ज्यादा प्रभावित जिले रहे चमोली, रुद्रप्रयाग,
उत्तरकाशी, टेहरी, एवं पिथोरागढ़। यूसैक के निदेशक के अनुसार 15 और 16 जून को दो दिनों में
केदारघाटी में ६०० एमएम से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। चौराबाड़ी ग्लेशियर और
उसके सहयोगी ग्लेशियर की जड़ में एकत्र मोरेंस (जड़ में एकत्र कंकड़-पत्थर) में जब बारिश का भारी पानी घुसा तो वह मलबे में बदल गया। पानी
की वजह से ही मलबे ने रफ्तार पकड़ ली, जिससे गांधी सरोवर टूट गया। भारी पानी और मलबे का वेग
ज्यादा होने की वजह से यह तबाही हुई है।
आपदा से तबाह हुए सिल्ली गांव अगस्त्यमुनि ब्लाक
रुद्रप्रयाग जिला के लोग अब मुआवजे के भरोसे जिंदगी नहीं देखते हैं। सिल्ली गांव
में नदी किनारे कई घर डूबे हैं। राजेश जो सिल्ली गांव निवासी
है उसने बताया कि मंगलवार मध्य रात्रि को जब बारिश तेज होने लगी तो ग्रामीणों को
किसी अनहोनी का अंदेशा होने लगा था। उन्होंने कहा, बारिश बढ़ती जा रही है, इधर-उधर चलो, लेकिन सब अपने घरों में ही दुबके रहे। ठीक तीन बजे बिजली
चले गई। अंधेरा होने पर राजेश अपने परिवार सहित कमरे में चले गया, लेकिन पल भर में मकान ढह
गया। जमीदोज हुए मकान के एक कोने में बैठे राजेश ने बताया कि भरापूरा परिवार देखते
ही देखते तबाह हो गया। इस गांव में पच्चीस मकान धड़धड़ाते हुए बहे और बाईस मकानकभी
भी ढह सकते हैं। अधिकांश खाली हो गए हैं। पूरा गांव दहशत में है।
यात्रा सीजन में यहां के अधिकांश लोग केदारनाथ
चले जाते हैं। वहां छोटे-मोटे कारोबार से लेकर घोड़ा, कंडी का काम करते थे। इससे
गांव की आजीविका चल रहीं थी। इस आपदा ने सब खत्म कर दिया। यही कारण है कि मुसीबत
में पड़े लोगों को दो तीन दिन तक यह भी पता नहीं था की अपनी बात कहे तो किससे कहे । यह बाढ़ तबाही के
साथ कुछ सवाल भी बहा लाई है, जिसके जवाब तलाशने आसान नहीं।
करुणा सोशल सर्विस सोसाइटी ने कारितास इंडिया
एवं अन्य संस्थाओ के मदद से उत्तराखंड में आई आपदा में लगभग १०००० लोगो को सहायता
पहुँचाया। संस्था ने अपने सारे कर्मचारियों को बाढ़ राहत में लगा दिया । संस्था ने करीब १००० मरीजो का इलाज मोबाइल स्वास्थ शिविर
द्वारा किया । संस्था ने करीब १०५० परिवार को सुखा राशन एवं उपयोगी सामान वितरण भी
किया ।
संस्था ने इन मुश्किल घडी में लोगो का साथ दिया और आगे सरकारी कर्मचारियों से मिल
कर उनके अधिकार (पूरा मुआवजा) दिलाने के लिए प्रयासरत है।
गिरीश
कारितास इंडिया
रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
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